साहित्य चक्र

20 June 2021

संभोग हमारे जीवन में कितना महत्वपूर्ण है ?

क्या कभी आपने सोचा है कि इंसान के अलावा अन्य जीव #संभोग कितना करते है ? शायद ही कभी आपने सोचा हो, मगर इंसान एकमात्र ऐसा जीव है जो अपने पूरे जीवन काल में सबसे ज्यादा संभोग करता है। अन्य जीव जंतु संभोग को अपने जीवन का बहुत कम हिस्सा देते हैं।




अगर हम गाय, भैंस, गधा, घोड़ा, हाथी इत्यादि जानवरों की बात करें तो ये जानवर 1 साल या 8 या 9 महीने में एक बार ही संभोग कर पाते हैं। इन जीव जंतुओं का संभोग करने का मतलब सिर्फ अपनी प्रजाति को आगे बढ़ाना होता है।

मगर इंसान एकमात्र ऐसा जीव है जो संभोग को मनोरंजन, इंजॉय करता है। इस संभोग के लिए हम इंसानों में कई लड़ाइयां, बंटवारा इत्यादि चीज हुई है। आज भी इंसान संभोग सुख प्राप्ति के लिए करोड़ों रुपए खर्च कर देता है। अगर मैं सीधे शब्दों में बोलूं तो संभोग सुख प्राप्ति के लिए इंसान कुछ भी कर गुजरने के लिए तैयार हो जाता है।

आखिर हम इंसानों ने कभी इस विषय के बारे में सोचा ? कभी नहीं सोचा, क्योंकि इस पृथ्वी में हम इंसानों से ज्यादा स्वार्थी कोई नहीं है। कल्पना कीजिए अगर हम इंसानों की तरह अन्य जीव भी संभोग को मनोरंजन या इंजॉय का एक माध्यम बना ले तो क्या होगा ? इंसान को छोड़कर सभी जीव जंतु प्रकृति के अनुसार ही संभोग का सुख प्राप्त कर पाते हैं या संभोग करते हैं।

हम इंसानों ने ही ऐसा क्यों किया होगा कि हमने अपने मनोरंजन के लिए संभोग करना शुरू किया और अपनी सुख-सुविधाओं के लिए प्रकृति से खेलना शुरू किया। इसका सिर्फ एकमात्र कारण है कि वक्त के साथ-साथ इंसान नाम के जीव ने अपने बुद्धि का लगातार विकास किया है। इसी बुद्धि के कारण इंसान अन्य जीवों से अलग और सर्वश्रेष्ठ माना जाता है। यह सारी बातें मैंने इसलिए लिखी क्योंकि बहुत सारे लोग संभोग यानी सेक्स के लिए अपने इंसानी जीवन को बर्बाद कर देते हैं।

मैं व्यक्तिगत तौर पर ऐसे लोगों से कहना चाहता हूं कि आप अपनी सोच को संभोग से ऊपर रखकर सोचना शुरू करें। इंसानी जीवन में बहुत कुछ है। जिसे हमें और आप को जानना और प्राप्त करना चाहिए।

दीप मदिरा



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