साहित्य चक्र

20 June 2021

"फ्लाइंग सिख"



वह दौड़ता नहीं था 
उड़ता था 


किसे पता था 
उसका उड़ना एक दिन 
इतनी दूर हो जायेगा 


जहाँ से ना उसका उड़ना दिखेगा 
ना उसका दौड़ना 


दिखेंगी 
तो सिर्फ़ उनकी यादें 
जिन्हें छोड़ गया है 
दौड़ पट्टियों पर !  


• आदित्य रहबर 


बहुत याद आओगे "फ्लाइंग सिख"।


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