साहित्य चक्र

05 June 2021

पर्यावरण दिवस का ढकोसला



कितने संजीदा हैं हम पर्यावरण के लिए
यह विज्ञापनों में खूब दिखा लिया जाएगा।

स्कूलों में इस विषय पर पेंटिंग बनवाकर
साल भर इसे सुरक्षित करवा लिया जाएगा।

सरकारी कार्यालयों में भाषण दिलवाकर
इसका महत्व सबको समझा दिया जाएगा।

नेताओं द्वारा एक आध पौधा लगवाकर
बढ़िया सा फोटो एक खिंचवा लिया जाएगा।

उसके बाद उस पौधे का अगला जिम्मा
वापस कुदरत को ही फिर थमा दिया जाएगा।

जंगलों का कटान और सड़कों का निर्माण
प्राथमिकता के आधार पर करवा लिया जाएगा।

उसमें अगर हो किसी को कोई आपत्ति
तो उसे विकास के नाम पर दबा लिया जाएगा।

बदलती जीवनशैली वजह है ह्रास की इसके
लेकिन उसे बदलने से मुंह चुरा लिया जाएगा।

हर वर्ष की तरह इस बार भी धूमधाम से
अपना 'पर्यावरण दिवस' मना लिया जाएगा।

                                           जितेन्द्र 'कबीर'

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