साहित्य चक्र

26 June 2021

पिता परमात्मा दिवस




पिता का हर दिन होता है!
पितृ तर्पण, पितृ दर्पण, 
पितृ सेवा महा सेवा!

पिता दिवस समारोह संपन्न हो 
अच्छा है,पिता सेवा दिवस 
मनाना चाहिए!

भारतीय संस्कृति समाज में व्याप्त होगा, 
समाज में संस्कार जीवों जीवांतर रहेगा!


ऐसे परमात्मा हैं पिता, 
जो जिंदगी को
ख़ुद पहचान देते हैं!

ऐसे परमात्मा हैं पिता, 
दर्द बहुत रहता है 
मगर हंस कर 
टाल दिया करते हैं!

ऐसे परमात्मा हैं पिता,
जो अपने शब्दों से,
प्यार नहीं दिखाते कभी,
मन ही मन बच्चों की 
सफलता से बेहद
 खुश हुआ करते हैं!

ऐसे परमात्मा हैं पिता, 
जो परेशानी, उलझानो 
को टाल कर परिवार 
को पहचान दिया करते है!

मैं आशीष हूं, अपने 
परमात्मा पिता की, जो हम 
उनको समाझा नहीं करता,
वो बिना बोले ही,सब कुछ
समझ जाते हैं,ये हम 
जाने नहीं हैं!


                                         आशीष द्विवेदी समदरिया


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