साहित्य चक्र

26 June 2021

झोपड़ी के लोग




झोपड़ी में रहने वाले 
लोगों का संसार अलग होता है।

ख्वाबों में महल और
ख्वाबों में जन्नत होता है।

इनका हाल दूसरा क्या जाने
सिवा,झोपड़ी वालों को छोड़कर।

झोपड़ी में भले ही धन नहीं होता है
लेकिन, दुनिया की सारी सुख उसमें होता है।

झोपड़ी में एकता,प्रेम बसता है
ईर्ष्या, लालच बाहर खड़ा रहता है।


                                      कुमार किशन कीर्ति


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