रक्त दान सब मिलकर अपनाओ,
जग में खुशियाँ चहुंओर बरसाओ।
हुई दुर्घटना मानव खून बह रहा,
देखो प्राण संकट अब बढ़ रहा,
रोगी के लिए फरिश्ता बन जाओ
जग में खुशियाँ चहुंओर बरसाओ।
रक्तदान सब मिल
आज मानव ईर्ष्या अग्नि में तप रहा,
मानव ही मानवता का शत्रु बन रहा
मानवता संग प्रेम का दीप जलाओ,
जग में खुशियाँ चहुंओर बरसाओ।
रक्तदान सब मिल
जीवन में कुछ कुछ दान सभी करते,
अन्न,धन,विद्यादान तो सभी करते,
एक विशिष्ट दान का संकल्प उठाओ,
जग में खुशियाँ चहुंओर बरसाओ।
रक्तदान सब मिल
इस जगत में रक्तदान है कार्य महान,
मानव के प्राण रक्षा का सुंदर विधान,
विधान में पुण्य भागीदार बन जाओ,
जग में खुशियाँ चहुंओर बरसाओ।
रक्तदान सब मिल
ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम
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