कब होश में आओगे
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न हिंदू खतरे में है
न मुसलमान /
न सिख-ईसाई...
खतरे में तो मेरे देश की बेटियाँ हैं |
जो आये दिन
बनती हैं शिकार
हैवानों की, शैतानों की...
जिस दिन मेरे देश के मंत्रियों,
धर्मगुरु, लालफीताशाही की
अय्याशी मिट जायेगी
बेटियाँ स्वत: ही सुरक्षित हो जायेंगी |
तुम खूब चिल्लालो -
करेगा कोई?
भरेगा कोई?
सड़कों पर उतरोगे
मोमबत्तियां जलाओगे
नये-नये तरीकों से शोक जताओगे
फिर अगले दिन
अपने बलात्कारी नेता के समर्थन में
‘हमारा नेता निर्दोश है’ के नारे लगाओगे
बीच चौराहे पर भारतमाता की इज्जत नीलाम कराओगे |
अपने अज्ञान से
और कितनी बेइज्जती कराओगे
मेरेे भाइयो तुम कब होश में आओगे?
- मुकेश कुमार ऋषि वर्मा
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