साहित्य चक्र

10 July 2021

।। राम ।।





राम बसे हैं  मन में,
मन में उन्हीं निहारु।

राम नाम के जाप से ,
जीवन अपना तारु।

कंचन सा मन होता,
 राम नाम के जाप से।

जीवन नहीं भटकता,
 राम नाम के तप से।

राम नाम अपनाओ ,
जीवन को सफल बनाओ।

राम नाम अद्भुत है,
इससे जीवन अपना तारों।

मेरे तो तन मन में,
राम नाम का बास।

तुम भी अपने जीवन में ,
राम नाम अपनाओ।

राम नाम की शक्ति से ,
जीवन को प्रबल बनाओ।

राम भक्ति अपनाओ,
 राम नाम जपते जाओ।

                                                  डॉ माधवी मिश्रा


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