साहित्य चक्र

17 July 2021

अनदेखे अनसुने



कुछ बातें अनकही हैं
कुछ जज्बात अनसुने है

कुछ चेहरे अनदेखे हैं
कुछ ख्वाब अनसुने है

कुछ रिश्ते अनदेखे हैं
कुछ हसरतें अनकही है

कुछ पहलू अनसुने है
कुछ कहानियां अनदेखी है

कुछ अंदाज अनसुने है
कुछ लोग अनदेखे हैं

कुछ गीत अनसुने है
कुछ रास्ते अनदेखे हैं

                                           राजीव डोगरा 'विमल'


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