आया सखी आया सावन
शिव आराधना में होगे मग्न ।
शिव पूजन से हरे संताप
तप से वर मिले मन भावन ।।
शिव जी का वार है सोमवार
श्रावण में विशेष है सोमवार ।
शिव देवों के देव है शक्ति रुप
शिव कृपा बरसे सह परिवार ।।
हरियाली से लबरेज सावन
झूले बिना अधूरा लगे सावन ।
कावड़िये चले लेकर कावड़
भोले नाथ को करने प्रसन्न ।।
रिमझिम बूंदों का पर्व सावन
फसलों को देती ये नवजीवन ।
सफल हो जन हितकारी काज
मानव मन हो गंगा- सा पावन ।।
गोपाल कौशल
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