साहित्य चक्र

18 April 2020

एक खूबसूरत मौत




हर किसी के ,
हिस्से में नहीं आती।

जिंदगी की  वेरहमियां ,
मौत तक ले जाने में, 
बहुत सितम है ढाती।

हर किसी के हिस्से में ,
एक खूबसूरत मौत नही आती।

जिंदगी समस्याओं,
नाकामियों,
दर्दो का एक कारवाँ है।

हम एक खुशी के लिए, 
इस उम्मीद पर ,
उमर भर है जीते।

उम्मीदों की कच्ची मिट्टी पर,
 हकीकत के पत्थर धरते हैं।

हर किसी के हिस्से में, 
एक खूबसूरत मौत नही होती।

देखा है, जिंदगी को, 
बहुत ही  बत्तर जीते हुये।

लोगों को मौत का ,
इंतजार करते हुये।

हर दिन कितने ही, 
वे -मौत  है मरते।

लेकिन मौत को जो, 
जिंदा कर जायें ।
कुछ खुशनसीब है, होते।

जिंदगी और मौत  की, 
सोच से परे।
बहुत  कम लोग है होते।

जिंदगी आये दिन मरती है।
एक  शानदार मौत बहुत, 
कम लोगों को  मिलती है।

                                                प्रीति शर्मा "असीम "


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