जयदीप पत्रिका
हिंदी साहित्य की पहचान
साहित्य चक्र
19 April 2020
आम जन उदास
""जीवन में इस""
जीवन में आस
फिर भी आदमी
निराश
क्यों है आज
आम जन उदास
संघर्ष करो
फल मिलेगा
हर पल
स्वयं के पास
सफ़लता सदैव
कदम चूमेगी
रहेगा हरपल सदा
खुशहाल
तुम्हारे पास।।
मनोज बाथरे चीचली
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