साहित्य चक्र

25 April 2021

बार्डर vs कोरोना





ओह ! ओह ! ओह !
क्वारंटाइन हुए जाते हैं।
 टेस्ट डराते हैं ।
रिपोर्ट जब आती है ।
पोजिटिव कर जाती है।
कि कोरोना कब जाओंगे ।
कोरोना कब जाओंगे ।।
लिखो..क्या वैक्सीन से जाओंगे।।
 तेरे साथ हर...घर सूना -सूना है ।

अस्पताल के डॉक्टर ने ,
वहां की नर्सों ने,
 हमें रिपोर्ट में लिखा है ।
कि हमसे पूछा है...

किसी की हाफ़ती सांसों ने,
 किसी की खांसी ने ,
किसी की छीकों ने, 
किसी के इंफेक्शन ने ,

किसी के कचरे ने,
कोरोना के चर्चे ने ,
बकबकी  सुबहा ने,
 मितलाती शामों ने ,

डिस्टेंस की रातों ने,
सोशल मीडिया की बातों ने ,
फैली अफवाहों ने,
 मजदूरों की बददुओं ने ,
और पूछा है कम होती कमाईयों ने,

कि कोरोना कब जाओंगे ।
कोरोना कब जाओंगे ।।
लिखो..क्या वैक्सीन से जाओंगे।।
 तेरे साथ हर...घर सूना -सूना है ।

क्वारंटाइन हुए जाते हैं।
 टेस्ट डराते हैं ।
रिपोर्ट जब आती है ।
पोजिटिव कर जाती है।
कि कोरोना कब जाओंगे ।
कोरोना कब जाओंगे ।।
लिखो..क्या वैक्सीन से जाओंगे।।
 तेरे साथ हर...घर सूना -सूना है ।

क्वांरटाइन वालों ने ,
बेचारे सारों ने ,
हमें यह लिखा है ।
कि हमसे पूछा  है।

हमारे गांवों ने ,
अर्थव्यवस्था के बुरे हालों ने,
 बेरोजगारी के अम्बारों ने ,
 बंद बाजारों ने,

 खेत खलिहानों ने,
मिलावटी सामानों ने,
मुनाफेखोरों ने,
खरीदी वोटों ने,

किसानी धरनों ने,
सुलगते मुद्दों ने ,
रोटी की लाचारी ने ,
और पूछा है...
बेखौफ उमड़ती चुनावी रैलियों ने,

 कि तुम कब जाओंगे ।
कोरोना कब जाओंगे।
लिखो..क्या वैक्सीन से जाओंगे।।
 तेरे साथ हर... घर सूना -सूना है ।

क्वारंटाइन हुए जाते हैं।
 टेस्ट डराते हैं ।
रिपोर्ट जब आती है ।
पोजिटिव कर जाती है।
कि कोरोना कब जाओंगे ।
कोरोना कब जाओंगे ।।
लिखो..क्या वैक्सीन से जाओंगे।।
 तेरे साथ हर... घर सूना -सूना है ।

कभी एक ममता की,
 बंगाल की जनता की ,
जब टांग टूट जाती है ।
जब चुनाव की रैली आती है ।

मोदी की झूठी कहानी के ,
जेल जाने के ड्रामे के,
 वह ठुल्लू ममता का ,
वह उल्लू जनता का ।

वो नेताओं की बातों में ,
विकास के खातों में ,
वो शरणार्थी कैम्पों में,
वो रोहिंग्या विवादों में,

वो झूठे -समझौते से, 
वो मन के खोटो से ,

कृपा करें  अब.... देवी मां ।
यहीं हर रिपोर्ट में पूछे सब की मां।।

 कि तुम कब जाओंगे ।
कोरोना कब जाओंगे।
लिखो..क्या वैक्सीन से जाओंगे।।
 तेरे साथ हर... घर सूना -सूना है ।

क्वारंटाइन हुए जाते हैं।
 टेस्ट डराते हैं ।
रिपोर्ट जब आती है ।
पोजिटिव कर जाती है।
कि कोरोना कब जाओंगे ।
कोरोना कब जाओंगे ।।
लिखो..क्या वैक्सीन से जाओंगे।।
 तेरे साथ हर... घर सूना -सूना है ।

ऐ........ गुजरने वाली हवा बता ।
सब के मास्क काम करेंगे ...क्या ।

सबके गांव जा ।
सबके दोस्तों को ,
कोविड गाईड लाइन दे ।

सबके गांव में है जो वह गली ।
जहां रहती कचरे की ढेर लगी।
उसे साफ करके ...सबको सैनिटाइजर दे ।
सबको सैनिटाइजर दे ।

वही जिस -जिसके नहीं मास्क लगा।
सोशल डिस्टेंस का नहीं जिसे पता।

उन सब को बता के तू ,
उन्हें कोविड गाइडलाइन दे ।

ऐ गुजरने वाली हवा जरा .....
मेरे देश.... मेरी अर्थव्यवस्था ।
मेरी जनता को धीरज बंधा दे।
 कोरोना का डर  तू भगा दे ।

कि... कोरोना जाएगा।
 कोरोना जाएगा।
 सारी दुनिया से ,
मेरे भारत से ,
सारे दिमागों से ,
सारी अफवाहों से,
लगा के टीका कोविड वैक्सीन का,

कोरोना मिट जाएगा । 
एक दिन कोरोना मिट जाएगा ।
एक दिन कोरोना मिट जाएगा ।
एक दिन कोरोना भाग जाएगा।। 


                           प्रीति शर्मा "असीम" 


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