आजकल सोशल मीडिया पर हम और आप हर चीज पोस्ट करना चाहते हैं। चाहे हमारे घर में किसी की शादी हो या फिर हमारी तबीयत खराब हुई हो। हमें इन चीजों से बचने की सख्त जरूरत है। जी हां सोशल क्राइम बहुत तेजी से बढ़ रहा है। इसलिए हमें और आपको अपनी हर एक चीज सोशल मीडिया पर डालने से बचना चाहिए। हाल ही में मेरे दो सीनियर पत्रकारों की दूसरी फेक आईडी बनाकर लोगों से पैसा मांगने की घटना सामने आई है। इसके अलावा फेसबुक पर आए दिन कई लोग अपनी फेक आईडी बनने के बारे में जानकारी देते रहते हैं। वर्तमान में सोशल मीडिया यानी फेसबुक, इंस्टाग्राम, टि्वटर इत्यादि माध्यमों पर लोग अपनी पर्सनल जानकारियां पोस्ट करते रहते हैं। जबकि साइबर हैकर इन सभी चीजों पर नजर बनाए रखते हैं। जिससे वह हमारी पर्सनल डिटेल सहित हमें फॉलो करना शुरू कर देते हैं। जिसके बाद हम साइबर हैकरों का शिकार हो जाते हैं। मेरी जाने वाली एक लेखिका के पति के अकाउंट से करीब एक से डेढ़ लाख रुपए साइबर हैकरों ने निकाल लिए थे।
इस जानकारी को करीब डेढ़ साल हो गया है। इसलिए हम सभी का दायित्व बनता है कि सोशल मीडिया पर फ्रॉड और फर्जीवाड़ा के खिलाफ जागरूकता बढ़ाई जाए। इसके अलावा भी सोशल मीडिया पर कॉल बॉय इत्यादि जॉब देने के मामले में भी खूब फर्जीवाड़ा सामने आता है। कॉल बॉय की नौकरी के लालच में कई लोगों अपना हजारों रुपए गंवा बैठते हैं। इस मामले में सबसे ज्यादा गांव से आए युवा, देहाती व अनपढ़ लोग शिकार होते हैं। वहीं नौकरी देने के नाम पर भी सोशल मीडिया के माध्यम से कई लोगों के साथ फर्जीवाड़ा होता है। जिसमें आपको नौकरी देने के नाम पर आपसे दो 2-4 हजार मांगे जाते हैं, उसके बाद वह व्यक्ति का नंबर या तो स्विच ऑफ कर देता है या फिर वह आपको फेसबुक से ब्लॉक कर देता है।
मेरा आप सभी से निवेदन है- कृपया सोशल मीडिया के किसी भी प्लेटफार्म पर अपनी व्यक्तिगत जानकारी साझा ना करें और अपनी मित्र मंडली में सही लोगों को ही जोड़ें। इसके अलावा अपनी मित्र मंडली में भी अपनी व्यक्तिगत जानकारी साझा ना करें। सोशल क्राइम का ग्राफ पूरी दुनिया में तेजी से बढ़ रहा है। इसलिए हमें जागरूक होने की जरूरत है और हमें अपने आसपास के समाज को भी इस बारे में जागरूक करने की कोशिश करनी चाहिए। आज सोशल मीडिया का जितना फायदा है उससे कहीं गुना नुकसान भी है। अगर आप ऑनलाइन ट्रांजैक्शन या पेमेंट करने के लिए इत्यादि ऐप का इस्तेमाल करते हैं, तो आपको उस ऐप में ऐड किए गए अपने अकाउंट का पासवर्ड लगातार बदलते रहना चाहिए। सतर्कता के साथ ऑनलाइन ट्रांजैक्शन करें हो सकता है जब आप कहीं पेमेंट कर रहे हैं आपके आसपास कोई साइबर हैकर खड़ा हो, जिससे आपका फोन हैक हो जाए या आपका एटीएम कार्ड वाईफाई वाला हो जिससे आपके अकाउंट से आसानी से पैसे निकाले जा सकते हैं। इसके अलावा ऑनलाइन ट्रांजैक्शन करने वाले अकाउंट में एक सीमित राशि रखें। ऑनलाइन ट्रांजैक्शन के लिए एक अलग अकाउंट भी खोल सकते हैं। सेविंग अकाउंट से एक नॉर्मल एटीएम कार्ड यूज़ करें और उसे अधिकतर घर पर ही रखें। मॉल इत्यादि से शॉपिंग करते वक्त सतर्कता के साथ भुगतान करें। अपने बच्चों के लिए एक अलग फोन का इस्तेमाल करें क्योंकि आपके फोन में आपके बैंक डिटेल्स इत्यादि ऐड है। किसी भी वेबसाइट पर पेमेंट करते वक्त सतर्कता बरतें। कभी-कभी पेमेंट करते वक्त हमारा नेट या तो स्लो हो जाता है या नहीं चल रहा होता है। इसलिए हमारा पेमेंट आधे में रुक जाता है उस वक्त थोड़ी सी सतर्कता बरतें। अपने दोस्त व सहपाठियों को अपनी बैंक डिटेल्स व फोन का पासवर्ड ना बताएं। ऑनलाइन पेमेंट करते वक्त सतर्कता बरतें क्योंकि सतर्कता ही हमारी सुरक्षा सुनिश्चित करती है।
आइए हम इस जागरूकता को अपने आसपास और अपने परिवार के लोगों को बता कर एक कदम समाज की सुरक्षा के लिए बढ़ाते हैं।
दीप 'मदिरा'
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