वो लड़कियां जो चुन ली जाती हैं
विवाह की परिपाटी में
वो नहीं सुन पाती बेहतरीन संगीत
ना पढ़ पाती हैं दुनिया की
सबसे खूबसूरत कविता
वो नहीं देख पातीं प्रकृति के सौन्दर्य की रूपरेखा
ना ही बन पाती हैं चन्द्रशेखर की चन्द्रघंटा
जबकि यह सब कुछ बिखरा होता है
उनके आस पास ही कहीं
दरअसल वो सबकुछ समेटने में
इतनी व्यस्त हो जाती हैं कि
नहीं समेट पाती स्वयं को ही और
आजीवन लड़ती रहती हैं एक अघोषित युद्ध
जो उस छद्म नाटिका का एक भाग होता है
जिसे जीवन कह सकते हैं।
पूजा राय
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