हर तरफ है आज आजादी का जश्न
देश है आज खुशियों में मग्न,
थोड़ी सी आजादी हमें भी दे दो
अपने सपनों के आकाश में उड़ने को,
है वादा तुमसे बाबा ये मेरा
कर दूंगी गर्व से सीना तेरा चौड़ा,
बस एक बार हक दो बेटे की तरह
तिरंगे की तरह शान से लहराउंगी,
बेटी नही है बेटों से कम
ये फक्र दुनियां में कर दिखलाऊँगी,
मैं भी देश की सरहदों पर
कर आऊँगी दुश्मनो को खत्म
तब तो होगा बाबा तुम्हें
बेटों की तरह बेटियों पर गर्व,
हर तरफ है आजादी का जश्न
देश है आज खुशियों में मग्न,
थोड़ी सी आजादी हमें भी दे दो
अपने सपनों में उड़ने को।
सोनम प्रजापति
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