साहित्य चक्र

12 May 2020

यही तो है कला है


कला


कला एक सोच
कल्पना है एकाग्रचित्त मन की 
संवेदनशीलता, साधना, 
भावना की कलात्मक अभिव्यक्ति
यही तो है कला !

कला कल्पना है कलाकार की
मन के रंगों के समावेश की
ब्रुश व रंगों के माध्यम से
जीवन को उकेरना
यही तो है कला!!
कला में आकार, रूप, 
प्रेम,राग, द्वेष, रहस्य, 
मिलाप, दूरियों के हाव-भाव दर्शाना
यही तो है कला !!
                            शिवशंकर लोध राजपूत 

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