साहित्य चक्र

02 May 2020

"भाई"



पापा मेरे हीरो हैं,
तो वो मेरा सुपरहीरो,
पापा की मैं प्रिंसेस हूं,
तो उसकी मैं परी हूं,
करे जितना वो मुझे परेशान,
उतना करे वो प्यार,
सबसे अलग है,
सबसे प्यारा है,
और कोई नहीं सिर्फ़ भाई हमारा है।

लड़ाई झगड़े में छुपा वो प्यार,
टॉम एंड जैरी के जैसा हमारा साथ,
पास होते तो बस झगड़ा करना,
दूर होकर एक दूसरे की कमी महसूस करना,
बड़े हो गए फिर भी करते नादानियां,
झगड़ा करते, छीना झपटी और करते शैतानियां,
छोटी छोटी बातों पर झगड़ा,रूठना और मनाना,
चलता आया है छोटे से लेकर अब तक का किस्सा हमारा,
करे ख़ुद परेशान तो रूठने पर मनाए ख़ुद ही,
करे कोई और परेशान,तो उसको जवाब दे खुद ही,
शैतानी करें अगर हम दोनों,
मुझे बचाकर खाएं वो डांट,
ऐसा है ये भाई बहन का रिश्ता अनमोल,
ना तोड़ सके कोई इस बंधन की डोर,
सिर्फ़ एक डोर नहीं है ये,
भाई बहन का प्यार है,
सबसे अलग सबसे अनमोल ऐसा हमारा ये साथ है।

                                      निहारिका चौधरी


No comments:

Post a Comment