साहित्य चक्र

20 March 2021

चिड़िया



चीं- चीं करती आंगन में चिड़िया आई 
तिनका - तिनका  बिनकर  वह लाई ।
पंख खोलकर बच्चों संग खूब इठलाई 
घरौंदे के लिए समान जो जुटा लाई ।। 

बच्चों मत करों आपस में तुम लडाई 
मैं तिनके संग दाना -पानी भी हूँ लाई । 
तिनके-तिनके से बनता है आशियाना
इसलिए हमारा घर मत तोड़ना भाई ।।

                              ✍️गोपाल कौशल 

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