साहित्य चक्र

18 March 2021

केसरिया




केसर से तिलक हो 
केसर से शुभ काम
भगवा भी है केसरिया
केसरिया ही श्री राम

हिन्दू सनातन संस्कृति
केसर सी अनमोल
राष्ट्र हित के वास्ते 
केसरिया रहे है बोल


त्याग समर्पण की भावना से
रंग केसरिया का सराबोर
राम प्रभु का नाम ले 
कुच करें हर ओर


प्राण रूप में केसरिया
भरत - भूमि के साथ
जैसे जीभ में व्याप्त 
प्रभु अखंड-मंडला कार


राम मिलन की आस में
लेकर प्रभु राम का नाम
केसरिया मेरे श्री राम ही 
सवारे बिगड़े सारे काज
जय श्री राम

                                          प्रतिभा दुबे 


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