साहित्य चक्र

29 December 2019

नूतन वर्ष

स्वागतम्
-----------------------

कुदरत ने रंग दिखाया |
प्यारा नूतन वर्ष आया ||

फैल गयी घर-घर में, 
स्नेह-मुहब्बत की लहर |
छाई उमंग हर गाँव-शहर ||

महक रहे सरसों जैसे मन |
चहक रहे जन-जन के तन ||

नये साल में अच्छाई का 
हम सब मिलके प्रण करें |
निबलों-विकलों के दु:ख हरें ||

मजबूत बने विश्वास हमारा |
मिले खुशिओं भरा पिटारा ||

राष्ट्र हमारा नित करे विकास 
निश्चय हर दिन हो त्यौहार |
मधुर रहे आपसी व्यवहार ||

आओ सब साथी गले मिलें |
मिलकर मंजिल की ओर चलें ||

स्वागतम् नूतन वर्ष तुम्हारा, 
सुख-शांति सद् भावना |
लेकर हर घर में आना ||

                                  - मुकेश कुमार ऋषि वर्मा 


No comments:

Post a Comment