साहित्य चक्र

29 December 2019

*नया साल-2020*



जिंदगी की दौड़ में एक साल और चला गया
कुछ खोया कुछ पाया लो फिर से नया साल आ गया


जिंदगी के कई मसले रह गए बोझिल लो
फिर से देखो इतराते यह नया साल आ गया

आशा है खुशियों से भरा यह साल जगमगाए
प्रकाश अच्छी फैलाकर यह साल नया आए

प्रेमसमर्पण नारी के प्रति सम्मान सबके मन में आए
सबके जिंदगी को रोशन करने देखो नया साल आ गया

अन्याय,अनाचार,अहंकार,छल,कपट सब चला जाए
बस प्रेम का प्रकाश फैलाए यह नया साल बस आए

हर तरफ खुशियों के कमल खिल जाए
इस बार कुछ यूं यह नया साल आए

                                           निक्की शर्मा 'रश्मि'


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