आंखें बंद करके भरोसा करना और यक़ीन करना बहुत ही ख़तरनाक हो सकता है, ख़ासकर जब हम किसी को अपने दिल के क़रीब रखते हैं। अक्सर, हमें लगता है कि हमारे क़रीबी लोग हमें कभी धोखा नहीं देंगे, लेकिन जीवन में कई बार हमें इसका उल्टा अनुभव होता है।
अक्सर धोखा वही देते हैं जिन्हें हम अपना समझते हैं। यह इसलिए होता है क्योंकि हम उन पर भरोसा करते हैं और उन्हें अपने जीवन का हिस्सा मानते हैं। लेकिन जब वे हमें धोखा देते हैं, तो यह हमारे लिए बहुत ही दर्दनाक और
अपमानजनक हो सकता है।
इसलिए, यह बहुत ही जरूरी है कि हम अपने जीवन में लोगों पर भरोसा करने से पहले उन्हें अच्छी तरह से जानें और समझें। हमें अपने दिल के करीब रखने से पहले लोगों की प्रकृति और उनके इरादों को समझना चाहिए। ये शब्द बहुत ही सच्चे और गहरे हैं,अपने जीवन में लोगों पर भरोसा करने से पहले उन्हें अच्छी तरह से जानेंगे और समझेंगे।
ये भी बात बिल्कुल सही है। "मुख में राम बगल में छुरी" यह मुहावरा उन लोगों के लिए उपयोग किया जाता है जो बाहर से तो अच्छे और धर्मी दिखते हैं, लेकिन अंदर से वे दूसरों को नुकसान पहुंचाने की सोचते हैं।
यह मुहावरा उन लोगों की दोहरी मानसिकता को दर्शाता है जो एक तरफ तो अच्छे और नेक दिखने की कोशिश करते हैं, लेकिन दूसरी तरफ वे अपने स्वार्थ और निजी हितों के लिए दूसरों को नुकसान पहुंचाने की सोचते हैं। हमें लोगों को उनके बाहरी रूप से नहीं आंकना चाहिए, बल्कि हमें उनके चरित्र और आचरण को देखना चाहिए।
नक़ली चेहरा सामने आना और असली सूरत छुपी रहना एक बहुत ही आम समस्या है, जिसका सामना हम अपने जीवन में अक्सर करते हैं। कुछ लोग अपने असली चेहरे को छुपाने के लिए नक़ली चेहरा बनाते हैं और लोगों को धोखा देने की कोशिश करते हैं। वे अपने असली इरादों और भावनाओं को छुपाने के लिए नक़ली मुस्कान और नकली शब्दों का उपयोग करते हैं।
लेकिन, जैसा कि आप कह रहे हैं, नक़ली चेहरा सामने आना और असली सूरत छुपी रहना एक बहुत ही खतरनाक खेल है। इससे लोगों को धोखा देने के लिए और अपने स्वार्थ के लिए उपयोग किया जा सकता है। इसलिए, यह बहुत ही जरूरी है कि हम लोगों को उनके असली चेहरे से पहचानें और नकली चेहरे को पहचानने की कोशिश करें। हमें लोगों के शब्दों और कार्यों को ध्यान से देखना चाहिए और उनके असली इरादों को समझने की कोशिश करनी चाहिए।
- डॉ. मुश्ताक़ अहमद शाह
No comments:
Post a Comment