साहित्य चक्र

15 December 2024

आज की पाठशाला-भविष्य का उजाला




पाठशाला है ज्ञान का दीपक,
जो जलता रहे सदा निर्भीक।

यहां सीख मिलती मेहनत की,
सपनों को सच करने की तकनीक।

आज जो पढ़ाई का दिया जलाओगे,
कल उसका प्रकाश पाओगे।

हर अक्षर बनता है सीढ़ी,
जो तुम्हें ऊंचाइयों तक ले जाएगा।

शिक्षा से मिलता है आधार,
हर मुश्किल का होता समाधान।

जो सीखोगे यहां, वही बनोगे कल,
ज्ञान है हर सफलता की कुंजी सरल।

संस्कार, विद्या, और अनुशासन,
इनका पाठ यही सिखाता है।


पढ़ाई से होता है चरित्र निर्माण,
जो जीवन को बेहतर बनाता है।

तो संजो लो ये अनमोल पल,
आज के बीज कल होंगे फल।

पाठशाला से जोड़े हर नाता,
भविष्य में उजियारा फैलाता।


                                                     - डॉ. सारिका ठाकुर “जागृति”


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