वीणावादिनी वीणाधारिणी
वाणी वाक् पद्मासना ॥
बुद्धि दे माँ, विद्या दे माँ !
जय माँ शारदा, माँ शारदा
माँ शारदा, माँ शारदा ॥
हँसवाहिनी पुस्तकधारिणी
जय भाषा महाश्वेता ॥
ज्ञान दे माँ, शिक्षा दे माँ !
जय माँ शारदा, माँ शारदा
माँ शारदा, माँ शारदा ॥
विद्यादायिनी स्फटिकधारिणी
माँ भारती ईश्वरी ॥
स्वर दे माँ, कला दे माँ !
जय माँ शारदा, माँ शारदा
माँ शारदा, माँ शारदा ॥
वागीश्वरी श्रीब्राह्मी
विधात्री हे सरस्वती ॥
प्रकाश दे माँ, विवेक दे माँ !
जय माँ शारदा, माँ शारदा
माँ शारदा, माँ शारदा ॥
हे माँ ! हे माँ ! हे माँ ! हे माँ !
माँ ! तू वर दे ; वर दे, वर दे
वर दे, वर दे ; हे माँ ! हे माँ !!
जय माँ शारदा, माँ शारदा
माँ शारदा, माँ शारदा ॥
लेखिकाः डॉ.सारिका ठाकुर “जागृति”
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