साहित्य चक्र

14 August 2023

आज़ादी




आज आजादी का महोत्सव है आया।
सलाम है उन शूरवीरों को
जिन्होंने देश के लिए सब कुछ है लौटाया।
भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव,
सुभाष ये सब है देश की शान।
इन्होंने देश के लिए
हंसते-हंसते दी अपनी जान।
गरीबी-अमीरी की नहीं थी
कोई दीवार।
सब ने मिलकर दुश्मनों
पर किया प्रहार।
आज हम जिस आजादी को मना रहे हैं
उसे किसी ने अपने खून से है सींचा।
हमारा भी ये है कर्तव्य कि
देश का नाम रखें ऊंचा।

                                                     - विनोद वर्मा


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