साहित्य चक्र

14 August 2023

आजादी



आजादी के पचहत्तर साल
तेरा पंचवर्सिय योजनाएं हुए

विकास को ढूंढते मिलकर नेता
नेताओ के घर महल हुए

गरीबों से वसूला ब्याज यहां
सांसदों के हर कर्ज माफ हुए

नेताओ को एम्स,ट्रेन,प्लेन में सीट
खानाबदोशो को जमीन न नसीब हुए

अमीर महा अमीर हुए
गरीब और गरीब तो
कुछ मिडिल क्लास हुए

परोसा गया जात पात यहां
दंगों में जनता शहीद हुए

लोकतंत्र का परचम लेकर
चुनावो के नाम मशहूर हुए

आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति में
असल मुद्दे कोशो दूर हुए

विकास विकास चिल्लाते नेता
विकास को ही बेरोजगार किए।


                                                   - धीरज 'प्रीतो'


No comments:

Post a Comment