साहित्य चक्र

16 August 2020

एडवोकेट प्रियंका अरोड़ा का नाम विश्व रिकॉर्ड में शामिल

कहते हैं न प्रतिभा और मेहनत किसी की जागीर नहीं होती। इसी लाईन को सच कर दिखाया है दिल्ली सुप्रीम कोर्ट की चर्चित अधिवक्ता प्रियंका अरोड़ा ने।



बता दें कि प्रियंका अरोड़ा ने सुप्रीम कोर्ट तक का सफर लम्बें संघर्ष और जबर्दस्त मेहनत से तय किया है। और वह लंबे समय से बड़ी संख्या में पीड़ित बच्चों, महिलाओं की हक की लड़ाई लड़ती आ रही हैं वो भी कई बार मुफ्त। उन्होंने कभी भी अपने इस सेवा कार्य का मीडिया में दिखावा नहीं किया और वह स्वंय गुमनाम हो लोगों को आगें बढ़ाती रहीं और लोकहित के काम करतीं रहीं। कहते हैं न रोशनी और सुगंध को कोई कैद नहीं कर सकता वह तो बिखरती है और फैलती ही है। जब उनकी अच्छाई की सुगंध देश पार पहुंची तो यूरोप में वॉलीवुड सुपर स्टार सुनील शेट्टी ने उन्हें स्वंय सम्मानित किया। इसके अतिरिक्त इंडोनेशिया के कुतई मूलवर्मन साम्राज्य के वर्तमान राजा, रॉयल मेजेस्टी ग्रेट किंग प्रो. डॉ . एच. सी. एम. एस. पी. ए. लानस्याहरीशज़ा भी उन्हें सम्मानित कर चुके हैं और इसके अतिरिक्त दर्जनों देशी-विदेशी अवार्ड से प्रियंका जी सम्मानित हो चुकी हैं। आज उसी महान ईमानदार और कर्मठ दिल्ली निवासी महिला वकील प्रियंका अरोड़ा का नाम चोलन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज हुआ तो उनके प्रशंसकों के खुशी का ठिकाना नहीं रहा। बता दें कि उनको यह अवार्ड सेवन टाईम्स प्रैसीडेंट यूथ फिटनेस अवार्ड यूएसए से बतौर अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा और वर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा दिया गया है। वह भारत की फर्स्ट यंगर वीमेन हैं जिन्हें विश्व में पहली बार लगातार 2014 से लेकर 2020 तक इस अवार्ड हासिल किया है जोकि स्वंय में एक वर्ल्ड रिकार्ड है।  प्रियंका अरोड़ा जी को यह वर्ल्ड रिकार्ड वर्ल्ड स्पोर्ट्स मार्शल आर्ट्स काउंसिल यूएसए 2010 से बतौर दस वर्ष लीगल एडवाइजर सेवा कर्म  करने के उपलक्ष्य में मिला है जिसपर वर्ल्ड स्पोर्ट्स मार्शल आर्ट्स काउंसिल के प्रेसीडेंट एण्ड फाऊंडर जी. एम डॉ. जसबीर सिंह और जी. एम. एंथनी फर्नांडिस और अरूण कुमार, हॉलीवुड स्टार ब्रर्नेड होले, जर्मनी द्वारा व भारतीय सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता मंडल द्वारा भी बधाइयाँ प्रेषित की गयीं हैं। यह सम्मान हर भारतीय के लिए गर्व की बात है और प्रियंका अरोड़ा जैसी बहुमुखी प्रतिभा, हर भारतीय लड़की के लिए प्रेरणा का स्रोत है।


                                               जयदीप पत्रिका टीम


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