मैं अटल हूं मौत से क्या डरूं
मैं अटल हूं काल से क्या मरूं
मैं अटल हूं सत्य से क्या डरूं
मैं अटल हूं झूठ से क्या मरूं
मैं अटल हूं संकट से क्यों डरूं
मैं अटल हूं मन से क्यों मरूं
मैं अटल हूं कूच से क्यों डरूं
मैं अटल हूं धन से क्यों मरूं
मैं अटल हूं प्रेम से क्यों डरूं
मैं अटल हूं दुश्मनी से क्यों मरूं
मैं अटल हूं अपनों से क्यों डरूं
मैं अटल हूं परायों पर क्यों मरूं
मैं अटल हूं ईष्या क्यों करूं
मैं अटल हूं घमंड क्यों करूं
मैं अटल हूं दुश्मनी क्यों करूं
मैं अटल हूं बेईमानी क्यों करूं
दीपक 'मदिरा'
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