साहित्य चक्र

21 November 2022

कविताः सिविल सेवा



हर कोई देखे सिविल का ख्वाब 
बड़ी शानो-शौकत बड़ा है नाम
बेहद चुनौतीभरा इसका सफर
बहुत कठिन है इसका एक्जाम। 

कैसे बने हम आईएएस पीसीएस 
कैसे बने हम अफसर अधिकारी 
हर अभ्यर्थी की यही है चिन्ता 
कैसे करें हम सिविल की तैयारी। 

माजिद हुसैन की पढ़ो भूगोल
लक्ष्मीकान्त की राजव्यवस्था
बिपिन चंद्रा का पढ़ो इतिहास
रमेश सिंह की लो अर्थव्यवस्था।

साल्व्ड पेपर की करो तैयारी
सिलेबस का तुम रखो ध्यान 
एनसीईआरटी की पढ़ो किताबें
मजबूत बनाओ बेसिक ज्ञान।

स्मार्ट स्टडी और स्मार्ट रणनीति 
प्रामाणिक बुक तुम करो सेलेक्ट 
प्री मेन्स इन्टरव्यू के सारे क्वेश्चन 
कर सकते हो तुम तभी करेक्ट। 

रटना छोड़ो तुम समझो ज्यादा
एकाग्र मन और मजबूत इरादा
किताबें कम हों रिवीजन ज्यादा
खुद से तुम अब कर लो ये वादा।

करेंट अफेयर्स तो है बहुत जरूरी
पूछें जातें हैं अब इससे ढेरों प्रश्न
पढ़ो तुम अखबार और मैग्जीन
क्रानिकल्स पीडी व घटना-चक्र।

आरएस अग्रवाल की मैथ-रीजनिंग
ग्रामर के लिए तुम पढ़ डालो लूसेन्ट 
बारम्बार करते रहो इसका अभ्यास 
क्वालीफाईंग पेपर है प्री में सी-सैट। 

दृष्टि पब्लिकेशन का लो पर्यावरण
एनसीईआरटी से तुम पढ़ो विज्ञान
सिविल एक्जाम के अभ्यर्थियों हेतु 
ये सभी पुस्तकें हैं बहुत बड़ी वरदान।

सिविल सर्विस है एक कठिन तपस्या
रखना होगा धैर्य करना पड़ेगा त्याग 
जिसमें होगी लगन जो करेगा श्रम 
वही अभ्यर्थी पायेगा यश और नाम। 


                                      रचनाकार- हरेन्द्र श्रीवास्तव 

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