साहित्य चक्र

12 September 2017

* हिंदी हूं....!

हिन्दी भाषा ही हमारी पहचान है...। हिंदी भाषा ही हमारी मातृ-भाषा है..। जी हाँ..। आज हम आपके लिए ले के आए है...। अपनी मातृ-भाषा हिंदी की कुछ विशेष तथ्य और रहस्य..। क्या आप जानते है...? हिंदी भाषा को हिंदी नाम क्यों दिया गया...? या हिंदी भाषा का नाम हिंदी क्यों पड़ा..? क्या आप जानते है..हिंदी भाषा की पहली पुस्तक कौन सी थी..? शायद  ही आपको पता हो...। अगर नहीं पता...? तो आइए आपको हम हिंदी भाषा की विशेषता समझाते है..। 




हिंदी भाषा हमारी देश की राज भाषा है...। या कह सकते है कि राष्ट्र भाषा है...। लेकिन हिंदी भाषा को राष्ट्र भाषा की  मान्यता नहीं दी गई है..। अगर संविधान की बात करें तो संविधान में संस्कृत को राष्ट्र भाषा की मान्यता देने की बात कही गई है...। वहीं हमारी सरकार ने देश के 22 भाषा को अधिकारिक मान्यता दी है..। जिसमें हिंदी, उर्दू, पंजाबी, नेपाली आदि है..। 
वहीं केंद्र सरकार ने अपने कार्यों के लिए हिंदी और अंग्रेजी भाषा को अधिकारिक जगह दी है..। हिंदी भाषा का नाम हिंद से रखा गया है...। जब 11 सदीं में फारसी भाषी के तुर्क हमलावरों ने सिंधु नदी के इलाके को हिंद नाम दिया...। तो इसी तरह हिंद इलाकों में बोली जाने वाली भाषा को भी हिंदी नाम दिया गया...। 




आपको बता दूं...। हिंदी भाषा की पहली पुस्तक "प्रेम-सागर" थी..। जो सन् 1805 में प्रकासित हुई थी। जिसके लेखक 'लल्लू लाल जी' थे। वैसे इस पुस्तक में भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं का वर्णन किया गया है...। आज हिंदी भाषा को प्रथम भाषा के तौर पर लगभग 42 करोड़ से ज्यादा लोग बोलते है..। जबकि 1.2 करोड़ लोग इसे दूसरी भाषा के तौर पर इस्तेमाल करते है..। हिंदी भाषा भारत की सबसे अधिक प्रचलित भाषा है..। वहीं हमारे देश में कई और भाषाएं भी बोली जाती है..। देश के 12 राज्य की राज्य भाषा भी हिंदी है..। या हिंदी भाषा को मुख्य भाषा के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है..। जिसमें उत्तराखंड, उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, झारखंड, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, बिहार, दिल्ली जैसे और राज्य भी है..। वैसे भारत के अलावा नेपाल, मॉरिशस, फिजी, सूरीनाम, टोबोगो, जैसे देश में भी हिंदी भाषा बोली जाती है..। आज पूरे विश्व में हिंदी भाषा का प्रयोग काफी बढ़ता जा रहा है..। वहीं हमारे देश से हिंदी खोती जा रही है..। भारत में हिंदी भाषा को राज भाषा का दर्जा मिला हुआ है..। हालांकि आज भी बहुत सारे काम अंग्रेजी में ही होती है..। वहीं केरियर के लिहाज से आज अंग्रेजी बहुत ही जरूरी मानी जाने लगी है..। हिंदी भाषा उच्चारण के लिहाज से सबसे कठिन भाषा मानी जाती है..। वहीं हिंदी भाषा के सबसे मुश्किल शब्द " किम्कर्तव्यविमूढ़ " है...। वहीं कई और शब्द भी बेहद मुश्किल है..। जिनमें लौहपथगामी, धूम्रपान दंडिका आदि वगैरह-वगैरह...।

आपको बता दूं...। हिंदी भाषा का उद्यगम संस्कृत भाषा से माना जाता है..। वहीं कुछ भाषाएं हिंदी जैसी ही है..। जैसे नेपाली, गुजराती आदि..। 



 हमारा देश.... हिंदी था....हिंदी है...हिंदी ही रहेगा...।। जय भारत- जय हिंद..।। 

                                     संपादक- दीपक कोहली

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