जय जय बिरसा, वीर महान,
धरती आबा, तेरा सम्मान।
आओ मनाए ,150 वीं जयंती,
हमारे भगवान, वीर बिरसा की।
हैं, जो हमारे ये भगवान,
दिया, इन्होंने हमारे लिए,
अपना बलिदान।
लिया लोहा
जमींदारों और गोरों से,
किया विद्रोह
दिया मंत्र उलगुलान का,
जोरों से।
बचाया जल,
जंगल और जमीन अपनी।
नायक बने ,
सबको दी पहचान।
जिनके इशारों पर,
देते सब जान,
सबों को किया एक,
देकर गौरव का ज्ञान।
किया इन्होंने धर्म,
स्वायत्तता
और संस्कृति की ,
रक्षा का
आवाहन।
लें प्रण आज हम-
राह चलेंगे उनके हम,
जिन्होंने दी धरती रहने को,
सुख चैन से जीने को।
जय जय बिरसा,वीर महान
धरती आबा, तेरा सम्मान।
करें इनका हम ,अभिनंदन,
इनको सत सत प्रणाम,
सत-सत चरण वंदन।
- रोशन कुमार झा

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