साहित्य चक्र

27 January 2021

पता नहीं क्यों...?



पता नहीं क्यों..?

मैं कभी तुमसे मिला भी नहीं...
फिर भी अपनापन महसूस होता है
पता नहीं क्यों...?

मैंने कभी तुमको देखा तक नहीं....
फिर भी अपनापन महसूस होता है
पता नहीं क्यों..?

मैंने कभी तुमसे बात तक की नहीं...
फिर भी अपनापन महसूस होता है
पता नहीं क्यों...?

मैं तुम्हें सही से जानता तक नहीं...
फिर भी अपनापन महसूस होता है
पता नहीं क्यों...?

मैं तुम्हारे बारे में सोचता तक नहीं...
फिर भी अपनापन महसूस होता है
पता नहीं क्यों..?

                                                 दीपक कोहली

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