साहित्य चक्र

31 January 2021

नया प्रपंच


उड़ाकर आस्था की धूल ,वो अंधा बनाएगा।
चढ़ावा लूटने का इक नया प्रपंच लाएगा ।

कहेगा धर्म है सब कुछ,लुटा दे जान अ हिन्दू 
निहायत झूठ से वो जातीय धंधा बचाएगा ।

गली में शोर था,कुछ धार्मिक संगीत व ढोंगी,
लगा भगवान के गुर्गों से इक तूफान आएगा।

दिखाकर झूठ की फोटो,लगाकर धर्म का नारा 
लहू में घुल चुके अज्ञान को 'दर्शन' बताएगा ।
 
चलो इस बार हम पूछें नही देंना चढ़ावा सुन,
तेरा मंदिर गरीबी भूख को कैसे मिटाएगा ?

समझते है तेरे ये पर्व-रीति-नियम व बंदिश 
कमेरे वर्ग की पूँजी, नही अब लूट पायेगा ।

                                                   Bheewa Kabeer


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