उड़ाकर आस्था की धूल ,वो अंधा बनाएगा।
चढ़ावा लूटने का इक नया प्रपंच लाएगा ।
कहेगा धर्म है सब कुछ,लुटा दे जान अ हिन्दू
निहायत झूठ से वो जातीय धंधा बचाएगा ।
गली में शोर था,कुछ धार्मिक संगीत व ढोंगी,
लगा भगवान के गुर्गों से इक तूफान आएगा।
दिखाकर झूठ की फोटो,लगाकर धर्म का नारा
लहू में घुल चुके अज्ञान को 'दर्शन' बताएगा ।
चलो इस बार हम पूछें नही देंना चढ़ावा सुन,
तेरा मंदिर गरीबी भूख को कैसे मिटाएगा ?
समझते है तेरे ये पर्व-रीति-नियम व बंदिश
कमेरे वर्ग की पूँजी, नही अब लूट पायेगा ।
Bheewa Kabeer
जयभीम नमोबुद्धाय
ReplyDelete