" हर दिन "
हर दिन कुछ नया
होता हैं,
कोई विखरता हैं,
और कोई,
विखरकर, निखरता हैं,
हर दिन हम चलते हैं,
अपनी मंजिल की,
ओर,
हर दिन उत्साह,
और उम्मीद का,
एक भास्कर,
निकलता है,
हर दिन कुछ नया
होता है,
हर दिन किए गए ,
हमारे अच्छे प्रयासों से,
सिर्फ हमारा आज ही
नहीं,
बल्कि कल भी
संवरता हैं,
करें हमने छोटे प्रयास,
पर परिणाम एक बड़ी,
सफलता का मिलता हैं,
सच, हर दिन कुछ नया
होता हैं।
अंकिता जैन
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