साहित्य चक्र

24 March 2019

*लोकतंत्र का चौथा स्तंभ मीडिया का दायित्व*


*लोकतंत्र का रखें मान*
*जाये सब करने मतदान*



लोकतंत्र को मजबूती व आवाज की प्रेरणाधार है तो वह है मीडिया जिसके कारण हमें लोकतंत्र की शक्ति को तरोताजा करती है। मीडिया का दायित्व होता है दूध का दूध पानी का पानी करना।लोकतंत्र का सामना करनें वाला यह विभाग अपने वर्चस्व के कारण उजाला करता है,मीडिया अपनी आवाज में न सिर्फ प्रश्न ही नहीं उछालता है बल्कि संका का त्वरित समाधान करता है।
इसमें मीडिया द्वारा किसी विशेष मुद्दा सामनें रख पक्ष,विपक्ष,समाजसेवी आदि लोगों को एकत्र कर आमना सामना करती है,कौन कितना पानी में है,हर एक गहराई को गर्मा गर्मी भरे सवालों के जबाब मिलते है,*मीडिया समाज का दर्पण होता है* इसका काम है सच को सामने लाना,सिर्फ बहस बाजी करनें का तालुक्य से भला नहीं होने वाला लोकतंत्र की ताकत व कमियों में सुधार लाना भी मीडिया का काम है।विश्वास को लोकतंत्र में जगाना है तो मीडिया में कड़ाई व इसकी अहमियत को समझना होगा तब जाकर लोकतंत्र में एक आशा की किरण दिखाई देगी।आज के परिचर्चा का विषय यही है की *लोकतंत्र के चौथे स्तंभ मीडिया की क्या अहमियत है,रोचक विषय है आज का निश्चित ही निखार आयेगा, बहस बाजी से मात्र हल होनें वाला नहीं हैं,मैं तो समझता हूँ गर मीडिया न हो तो लोकतंत्र द्रोही जो हित की जगह हमेशा अहित सोचते रहते है वो निश्चित ही देश बेच खायेंगे,मीडिया निश्चित ही अपनी ईमानदारी व तप साधना से ऊँची इमारत हासिल कर लेता है।
निश्चित ही कामयाबी की मिसाल मीडिया की आवाज जन जन तक पहुंचे व लोक तंत्र को मजबूती प्रदान करनें के लिए-

*नजदीकी मत केंद्र में जाये*
*ये लोकतंत्र मजबूत बनाये*

मीडिया लोकतंत्र मजबूती के लिये शिक्षित, योग्य, ईमानदार को ही इसका  प्रतिनिधित्व करवाये तभी ही सार्थक बना रहेगा *अडिग लोकतंत्र का अडिग मीडिया*
मीडिया का काम है स्वतंत्र जन की स्वतंत्र मत सिर्फ शक्तिशाली लोकतंत्र को मजबूती प्रदान करे न कि चंद रूपयों के खातिर *मत* को बेंच दे,मीडिया को चाहिए कि लोगों में इसके खातिर जागृति अभियान के द्वारा इसकी अहमियत को जन के सामनें लायें।

*जागो भैया जागो माता*
*लोकतंत्र के हक के दाता*

*मत* देना मत लेना नोट।
खा जाओगे वरना चोट।।

नजदीक मतकेंद्र में जाये।
खुद बचें व देश बचाये।।

लोक तंत्र के ये हकदार।
शिक्षा,सुख-दुख ईमानदार।।

लोकतंत्र की यही पुकार।
नेता चुनिये सोच विचार।।


                                       *जय लोकतंत्र  जय मीडिया*

                                                                                                                         नवीन कुमार भट्ट




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