साहित्य चक्र

18 July 2020

अरे चीन



भारत में हमला से सदभाव नहीं होता अरे चीन
शांत रहता तो युद्ध प्रस्ताव नहीं होता अरे चीन।

58 वर्ष बाद लद्दाख सीमा पर हमला कर बैठा
सोने की चिड़िया वाले देश से झगड़ा कर बैठा।

भारत के 20 बेटों को मारा महाकाल हो गया क्या
लगते हैं तू भी पाकिस्तान का लाल हो गया क्या।

लद्दाख वालों सेना को कुछ भी निर्णय लेने दो
अरे दम है तो भारत को भी गोली मार देने दो।


भारत प्रेम से बहुत कहा अभी तक समझा ही नहीं
भूत का महाभारत को अभी तक समझा ही नहीं।

तू विषधर है,विषधर कभी शांति हो नहीं सकता
लगते हैं,पुण्य और सत्य का बीज बो नहीं सकता।


                              अनुरंजन कुमार "अंचल"


No comments:

Post a Comment