साहित्य चक्र

26 July 2020

वक्त आ गया है कि अब सरकार को कड़े फैसले लेने ही होंगे, अगर नहीं लिए तो इसके परिणाम क्या होगा ?


जी हां अब सरकार को राजनीतिक छोड़ राष्ट्र हित में फैसले लेने की जरूरत है। वक्त बहुत ही खतरनाक आ गया है कोरोनावायरस पूरे देश में अपने पैर परास चुका है और लगातार देश की जनता को अपना शिकार बना रहा है। देश के सभी राजनीतिक पार्टियों को राजनीतिक छोड़ जनहित की बात के लिए एक मंच पर आकर कड़े फैसले लेने चाहिए।


वह कड़े फैसले इस प्रकार हो सकते हैं- लोगों के अंदर कोरोनावायरस को लेकर डर को कायम करना और साथ-साथ इसके प्रति जागरूक होना। कोरोनावायरस को हमें हल्के में नहीं लेना है, स्वास्थ्य व्यवस्था को बेहतर से बेहतर बनाने का प्रयास करना है, पुलिस कर्मचारियों की सहायता के लिए एनसीसी, स्काउट को भी उनके साथ जिम्मेदारी देनी चाहिए, मेडिकल छात्रों को स्वास्थ्य व्यवस्था में सहायता हेतु तैयार रखना, खाद्य पदार्थों की आपूर्ति हेतु ठोस नीति बनाना, कई प्रदेश बाढ़ से ग्रस्त हैं वहां के हालातों को सही करने के लिए ठोस कदम उठाना, देश में अगले तीन-चार सालों के लिए सभी प्रकार के चुनाव को टालना, सत्ता पक्ष को विपक्षी राजनीतिक पार्टियों के साथ मिलकर काम करना, पड़ोसी मुल्कों के साथ कूटनीतिक रूप से सीमा पर शांति बहाल करना, सभी न्यूज़ चैनलों और अखबारों के लिए एक नई गाइडलाइंस जारी करना, ट्रांसपोर्ट की सुविधा को सुचारु रुप से चालू रखने के लिए ठोस कदम उठाना इत्यादि।

जिस प्रकार से भारत में कोरोना वायरस के मरीज बढ़ रहे हैं, उसे देखते हुए ऐसा हमें लगता है कि सरकार को आगे आकर जनहित की रक्षा के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए। अभी लगभग 1300000 के आसपास कोरोना संक्रमित मामले हैं। जिसमें से रिकवरी भी हो रहे हैं। हां अन्य देशों के मुकाबले भारत में मृत्यु दर कम है। मगर हमें यह नहीं सोचना चाहिए कि हमारे देश में मृत्यु दर कम है तो कुछ नहीं होगा। अगर वक्त रहते सही फैसले और ठोस कदम नहीं उठाएं गए तो हमें बहुत ही विषम परिस्थिति का सामना करना पड़ेगा।

अगर देश की जनसंख्या के 1% जनता को कोरोना‌ होता है तो लगभग एक करोड़ से अधिक लोग संक्रमित होंगे। जिससे निपटना बहुत ही कठिन हो सकता है। हमारी सरकारों को एक मंच पर आकर इस बीमारी के लिए ठोस नियम कानून बनाने की जरूरत है। इस बीमारी के कारण देश में सारे लोगों का रोजगार भी गया है। इसलिए खाद्य आपूर्ति भी सही ढंग और समय पर करनी होगी। अभी तक सरकार का कोई भी ऐसा फैसला नहीं आए हैं, जिससे आम जनता को सीधा लाभ मिल सके। सरकार को हर वर्ग का ध्यान रखना होगा क्योंकि वर्तमान में सभी वर्गों की हालत बेहद ही गंभीर नजर आती है।

वहीं अभी भी ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोनावायरस की सही जानकारी तक नहीं पहुंच पाई है। आखिर कौन है ? सत्ता में बैठे लोगों का दायित्व बनता है कि इस बीमारी, संकट से देश की जनता को बचाएं और उन्हें आशा दिलाएं कि इस मुसीबत से हमारा देश व समस्त विश्व जल्द ही पार पाएगा। हम उम्मीद करते हैं जल्द ही कोरोनावायरस की वैक्सीन आए और इस महामारी से समस्त दुनिया को बचाएं।

@दीपक_कोहली 'मदिरा'




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