साहित्य चक्र

27 April 2019

डेमक्रेसी

डेमोक्रेसी क्या है 

प्रियतम के वादों की तरह होती है, 
प्रियतम के वादे तो पूरे हो जाते है, 
पर डेमोक्रेसी के वादे पूरे होते नहीं। 
डेमोक्रेसी भाईचारे की तरह होती है, 
जो होता तो है पर निभाया नहीं जाता, 
डेमोक्रेसी का मतलब आज़ादी होता है। 

आज़ादी रामनाम की, 
आज़ादी हर काम की, 
आज़ादी लूटने की, 
आज़ादी सबको ठगने की, 
आज़ादी समानता की, 
आज़ादी अमीरो को अमीर बनाने की,
आज़ादी गरीबो को गरीब बनाने की,
डेमोक्रेसी का मतलब समानता भी होता है। 

सामान विचारो से होता है,
प्रियतम के विचार तो मिल सकते है। 
डेमोक्रेसी में कभी नहीं मिलते, 
डेमोक्रेसी घर से दफ्तर तक होती है। 
लोग एक दूसरे पर चिल्लाते है, 
डेमोक्रेसी बहुत तड़पाती है, 
बहुत इंतज़ार कराती है, पर
रियतम तो आ जाता है, 
डेमोक्रेसी कभी नहीं आती।

                                          ।। गरिमा ।।


No comments:

Post a Comment