साहित्य चक्र

03 April 2022

अगले जनम मोहे नारी ही कीजो!



अगले जनम मोहे नारी ही कीजो,
दोबारा मेरे माता-पिता को, 
प्यारी सी बिटिया ही दीजो,
फिर चाहे, हमेशा की तरह, हर एक मोड़ पर, 
मेरी लाख परीक्षा लीजो,
फिर भी मोहे, अगले जन्म नारी ही कीजो !


खुशियों से महका दू दोनों परिवार,
देश के लिए तत्पर खड़ी रह कर करूं, 
रानी लक्ष्मीबाई सा वार,
ना संहू कोई अत्याचार,
ना मानू जिंदगी से हार,
और लाऊं खुशियों की बहार !


वह सोनिया की जीत दीजो,
कल्पना चावला सा विश्वास दीजो,
वह किरण बेदी सी ताकत दीजो,
हां अगले जन्म मोहे नारी ही कीजो !

ऐश्वर्या सा आकर्षण दीजो,
पार्वती सा आदर्शन दीजो,
मदर टेरेसा सी करुणा दीजो,
मैरी कॉम सा प्रण दीजो,
अगले जन्म मोहे नारी ही कीजो !

                                           डॉ. माध्वी बोरसे


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