जयदीप पत्रिका
हिंदी साहित्य की पहचान
साहित्य चक्र
02 July 2017
बिन-बेकार-अधूरा...।
पानी बिन- नदी बेकार
नदी बिन- गांव बेकार
गांव बिन- देश अधूरा..।
गुरू बिन -शिष्य अधूरा
शिष्य बिन- शिक्षा बेकार
शिक्षा बिन- जीवन बेकार..।
प्रेम बिन- संबंध अधूरा,
संबंध बिन- संसार अधूरा
संसार बिन- मावन बेकार..।।
कवि- दीपक कोहली
2 comments:
सुशील कुमार जोशी
11 December, 2020
वाह
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Unknown
15 May, 2021
बहुत बहुत धन्यवाद जी
आप हमें हमारे संपर्क सूत्र पर कॉल करें।
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वाह
ReplyDeleteबहुत बहुत धन्यवाद जी
ReplyDeleteआप हमें हमारे संपर्क सूत्र पर कॉल करें।