विदुषी शर्मा |
श्री अटल
बिहारी वाजपेयी जी के
नाम का
पूर्ण एवं
सार्थक अर्थ ।
अ- अदब से सर
झुकाना ही
नहीं जानते
हैं हम फकत,
ट- टल नहीं
सकते हमारे
हौसले हैं सर परस्त ।
ल- लहु रंग
लाता है
हमेशा
खौलने के
बाद,
बि- बिखरकर
सीप में बनती है
बूंद, नूर-ए-आफताब
।
हा- हारने का
सबक हमने
सीखा नहीं है
आज तक,
री- रीत सदा
जीतने की,
बनती रही है
एक सबक ।
वा- वायदों से हम जी
बहलाना नहीं
जानते,
ज- जग में
शांति को ही
अपना सर्वस्व
मानते ।
प- परिंदों की तरह
लंबी
परवाज़ लेनी है
अब हमें,
यी- विजयी भव का
भाव
सत्य करना है
अब हमें।
*विदुषी शर्मा*
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