साहित्य चक्र

11 July 2017

*Love you papa*


*सुमन जांगड़ा*

दुनिया में पहचान है पापा,

होठों की मुस्कान है पापा,
किस्मत से मिलते है सबको,
हम बच्चों की जान है पापा।
🎈🎈🎈🎈🎈🎈🎈🎈
बच्चों की खुशी की खातिर,
खतरों से लड़ जाते है,
बच्चों की ख़ुशी में पापा,
खुद बच्चा बन जाते है।
🎈🎈🎈🎈🎈🎈
जीवन में वरदान है पापा,
एक बेहतर इंसान है पापा,
ये दुनियां कुछ भी समझे ,
 पर मेरे भगवान है पापा।
🎈🎈🎈🎈🎈🎈🎈




 🌿 suman jangra hansi🌿  
💖  Love you papa💖

No comments:

Post a Comment