साहित्य चक्र

21 July 2017

*योग का गुरू या पतंजलि का संस्थापक....?

योग का गुरू या पतंजलि का संस्थापक....?  बाबा रामदेव..!  

जब-जब योग की बात होती है..। तब बाबा रामदेव का नाम सबसे पहले आता है..। चाहे देश हो या फिर विदेश..। रामदेव बाबा एक योग गुरू के रूप में पूरे विश्व में लोक प्रसिद्ध है..। हरियाणा के सैद अलीपुर गांव का रामकृष्णा यादव आज योग गुरू बाबा रामदेव बन गया है..। जो कभी शहजादपुर गांव के स्कूल में पढ़ा करता था। आज वो पूरे देश को योग पढ़ा रहा है। अपनी महेनत और लगन से रामकृष्ण यादव आज एक योग गुरू के रूप में प्रसिद्ध है..। बाबा रामदेव का बचपन मेंं नाम रामकृष्ण यादव था। जो हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले के सैद अलीपुर गांव के रहने वाले है..। उनके पिता का नाम- रामनिवास और माता जी का नाम गुलाबो देवी है..। शायद आपको पता नहीं होगा..कि बाबा रामदेव ने कक्षा- 8 तक की पढ़ाई हरियाणा के शहजादपुर गांव से की है। जिसके बाद बाबा रामदेव खानपुर गांव चले गए..। जहां बाबा रामदेव ने महान आचार्य प्रदुयम्र और योगाचार्य बलदेव जी से संस्कृत और योग का ज्ञान प्राप्त किया। तो वहीं आज बाबा रामदेव अपने गुरूओं के नकक्ष कदमों पर चल रहे हैं..। जिसके कारण बाबा रामदेव ने आज पूरे देश में अपना अस्तित्व स्थापित किया है..। साल 1989 में रामकृष्ण यादव ने गुरूकुल में प्रवेश प्राप्त किया। जिसके बाद उन्होंने अपना नाम बाबा रामदेव रखा लिया..। जिसके बाद बाबा रामदेव एक संन्यासी के रूप में काम करने लगें..। सन्- 1993 में बाबा रामदेव ने गुजरात के सूरत में पहली बार योग शिविर का आयोजन करावाया..। जिसमें बाबा रामदेव ने कई लोगों को योग करवाया और सीखाया..। सन्- 1995 में बाबा रामदेव ने दिव्य योग मंदिर ट्रस्ट की स्थापना की। जो बाबा रामदेव की अपनी एक व्यक्तिगत संस्था है..। जिसके माध्यम से बाबा रामदेव ने योग को बढ़ावा दिया। साल 2003 से बाबा रामदेव का योग कार्यक्रम हर सुबह आस्था चैनल में प्रसारित होने लगा...। जिससे बाबा रामदेव को एक नई पहचान मिली..। साल 2006 में बाबा रामदेव ने हरिद्वार में महर्षि दयानंद ग्राम में पतंजलि योगपीठ ट्रस्ट के अतिरिक्त अत्यधिक औषधि के लिए दो सेवा प्रकल्प स्थापित किए। इन सेवा प्रकल्पों के माध्यम से बाबा प्राणायम और अध्याम का प्रसार-प्रचार करते है। जिसके बाद रामदेव ने योग को जन-जन तक पहुंचाने में एक अहम या महत्वपूर्ण योगदान दिया..। जिसके कारण आज पूरे विश्वभर में योग दिवस मनाया जा रहा है। बाबा रामदेव एक महान योगगुरू और एक सफल व्यापारी भी है..। जिस तरह बाबा रामदेव ने पतंजलि को एक नया आयाम दिया, वो काबिले तारीफ है..। आज बाबा को कोई योगगुरू के नास से जानता है, तो कोई पतंजलि नाम से जानता है। बाबा को पतंजलि और योग से पहचान ही नहीं बल्कि कई प्रशंसक भी मिलें..। जो बाबा के भक्त बहुत बड़े है..। एक बाबा होने के नाते रामदेव ने देश को एक अलग पहचान और मुकाम दिया है..। वैसे आपको पता होगा.. बाबा रामदेव अक्सर कहते है कि स्वदेशी अपनाओ..और देश बचाओ..। बाबा का इस उद्देश्य के पीछे  चाहे जो कुछ हो..। लेकिन बाबा देश के बारे में तो कुछ तो सोचते है..। जिससे देश के युवाओं के रोजगार मिलता है और देश की आर्थिक स्थिति मजबूत होती है। आज रामदेव बाबा के प्रसंशक पूरे विश्व में हैं। चाहे अमेरिका हो या फिर भूटान..। हर तरफ बाबा रामदेव की चर्चा  होती है..। जो अपने आप में यह दर्शाता है कि बाबा एक शख्सियत है..।  आइए आपको बताते है...कि बाबा रामदेव की पतंजलि शाखाएं कहां-कहां स्थापित है..। भारत ही नहीं नेपाल और कनाडा, इंग्लैंण्ड,जैसे देशों में पतंजलि की शाखाएं उपस्थित  हैं। जिससे हमारा देश गौरविंत महसूस है। बाबा ने पहली बार में देवबंद में मुस्लिम समुदाय को संबोधित किया था। जिसके बाद बाबा रामदेव के योग शिविरों में आम लोगों के अतिरिक्त कई बड़ी-बड़ी हस्तियां भाग ले चुके है..। जिसमें महान अभिनेता अमिताभ बच्चन सहित अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी का नाम भी उल्लेखनीय है..। वैसे आपको बता दूं कि बाबा रामदेव ने योग और आयुर्वेद को बढ़ावा देने के लिए ही पतंजलि की स्थापना की...। आज बाबा देश के उन लोगों में गिने जाते है, जो देश को रोजगार और एक अलग पहचान देने में कामयाब है। एक बात और बता दूं, कि बाबा रामदेव ने स्वच्छ भारत अभियान के तहत हरिद्वार और ऋषिकेश को गोद लिए है..। जिसके तहत बाबा हरिद्वार और ऋषिकेश को प्रदूषण मुक्त करना चाहते है..। वैसे बाबा समय-समय पर योग शिविरों का आयोजन भी करते रहते है...। जिसमें बाबा लोगों को योग ज्ञान देते है..।बाबा रामदेव का एक संकल्प है, कि मेरा पूरा देश स्वस्थ हो..। इसी कड़ी में बाबा ने देश के सैनिकों को भी योग को अपनाने की मांग कही है..। हम उम्मीद करते है,  बाबा रामदेव की हर मुराद पूरी हो..।

                                             रिपोर्ट- दीपक कोहली

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