साहित्य चक्र

03 March 2017

राम की रामायण-



रामायण हिन्दूओं का एक महाकाव्य है। जो घर-घर में लोक प्रसिद्ध है। रामायण की रचना वाल्मीकि द्वारा की गई थी। आपको बता दूं कि रामायण में 24000 श्लोक और 4,80,002 शब्द हैं। रामायण त्रेतायुग की रचना मानी जाती है। रामायण रघुवंशी भगवान राम की कथा है। जिसमें सात अध्याय हैं। जिन्हें काण्ड नाम दिया गया है। भारतीय शास्त्रों के अनुसार रामायण त्रेतायुग में रची गई थी। वहीं शास्त्रों के अनुसार समय को भी चार भागों में बांटा गया है। जो इस प्रकार है-
1) सतयुग-17,2800
2) त्रेतायुग-12,9600
3) द्वापरयुग-8,64000
4) कलयुग-4,32000

वहीं महान लेखक और कवि तुलसादास के अनुसार सर्वप्रथम "रामायण " भगवान शंकर ने माता पार्वती को सुनाई थी। भगवान शंकर के मुख से निकली यह पवित्र कथा ही "अध्यात्म रामायण" के नाम से प्रख्यात है। वहीं कुछ शास्त्रों के अनुसार ये भी कहा जाता है, कि जब भगवान शंकर, माता पार्वती को यह कथा सुना रहे थे। तो उस समय एक कौवा ने अपने घोंसले में बैठ कर यह कथा सुनी थी। जिसके बाद उस पक्षी का पुर्नजन्म हुआ, तो वह काकभुशूण्डि जी के रूप में आकर यह कथा गरूड़ जी को सुनाई थी। 
वहीं ऋषि वाल्मीकि ने ज्ञानप्राप्ति के बाद इस कथा को पुन: श्लोकबद्ध किया। जिसे आज भी वाल्मीकि रामायण के रूप में जाता है। जो पूरे विश्व में लोकप्रसिद्ध हैं। वैसे ये भी कहा जाता है, कि रामायण सर्वप्रथम वाल्मीकि जी ने ही लिखी थी। वहीं अगर हम हिंदू सभ्यताओं की बात करें , तो भगवान राम, भगवान विष्णु के एक अवतार थे। जो इस अवतार में मानव जाति को आर्दश जीवन का मार्गदर्शन देने आए थे। आज भगवान राम को पूरे भारतवर्ष में बड़े ही धूम-धाम से दिपावली के मौके पर पूजा जाता हैं। भगवान राम, अयोध्या राजा दशरथ के सबसे पुत्र थे, जिनका विवाह मिथिला राजा जनक पुत्री, माता सीता से हुआ। 
रामायण में सात काण्ड है- जो इस प्रकार हैं-
1) बालकाण्ड                       5) सुरज काण्ड
2) अयोध्या काण्ड                6) लण्काकाण्ड
3) किकिन्धा काण्ड              7) उत्तरकाण्ड
4) अरण्य काण्ड    

देश में विदेशियों का राज सत्ता में आने के बाद भारतीय लोग अपना उचित ज्ञान और विदेशी सत्ता के कारण अपनी भाषा भूलने लगें। जिसके चलते महाज्ञानी तुलसीदास ने देशी भाषा में लिपिबद्ध "राम चरित्रमानस" की रचना की। जिसे तुलसी रामायण भी कहा जाता है। रामायण एक सच्ची कथा और भगवानों से जुड़ी घटना है। जिसे पूरा हिंदू समाज पूर्ण रूप से मानता है। या पूजते हैं। 


                            लेखक- दीपक कोहली 

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