साहित्य चक्र

30 March 2017

*नारी तुझे सलाम*



अगर तू ना होती, इस दुनिया में,
तो क्या होता इस दुनिया का।
कौन बनती मॉं, कौन होती बहन,
नारी तुझे सलाम-नारी तुझे सलाम।।

क्या होता इस मानव जाति का,
ना कोई मॉं होती, ना कोई बहन होती।
ना कोई नारी होती, ना कोई चारी होती,
नारी तुझे सलाम-नारी तुझे सलाम।।


                                       कवि- दीपक कोहली

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