साहित्य चक्र

17 August 2017

गुरू


गुरूओं ने हमको ज्ञान दिया,
हमने ना उनको मान दिया..।
हम भूले भटके नादानों को,
गुरू ने एक नया मार्ग दिया..।।

ज्ञान दिया, ना हमें मान दिया,
जन-जन तक पैगाम दिया..।
माता-पिता का सम्मान करो,
उनका ना कभी अपमान करो..।


भगवान से बढ़कर है गुरु,
ज्ञान का है एक दीप गुरु..।
मार्ग दिखाने वाले गुरु को,
शत्-शत् प्रणाम करू...।।

                                        कवियत्री- गंगा जोशी 
                                                  अल्मोड़ा

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