Writer-Deepak kohli |
= जीवन का मूल्य =
ये जीवन क्या है ?
कभी जन्म तो,
कभी मरण है।
कभी ख़ुशी तो ,
कभी गम है।
ये जीवन क्या है ?
कभी बचपन तो ,
कभी बुढ़ापा है।
कभी अपने तो ,
कभी सपने है।
ये जीवन क्या है ?
कभी जवानी तो ,
कभी दीवानी है।
कभी चलना तो ,
कभी रुकना है।
ये जीवन क्या है ?
कभी मस्ती तो ,
कभी सुस्ती है।
कभी गरीबी तो ,
कभी अमीरी है।
कवि - दीपक कोहली
No comments:
Post a Comment