*तुम मेरी पहचान हो*
इस दुनिया में बस तुम्हीं मेरी पहचान ।।
कभी अकेले में तो कभी साथ रुलाती हो,
तुम ही मुझे मेरी तमन्ना याद दिलाती हो।।
मुस्कान तुम्हारे चहेरे पर खुदा की इबादत है,
तुम्हीं तो हो जो मेरे सपनों में खेलती हो।।
सांसों से सांस जुड़े है तुम्हारे साथ मेरे,
इस जीवन की नैनों में, मैं साथ रहूंगा तेरे।।
मुस्कराती-इतराती तुम मेरी जान हो...।।
दीपक कोहली
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