उत्तराखंड के सभी शहीद आंदोलनकारियों को मेरा नमन -
उत्तराखंड की नींव रखने वाले आंदोलनकारियों को आज यह देखकर बड़ी ही प्रसन्नता हो सकती है कि उनके सपनों का राज्य उत्तराखंड आज दिन दुगनी - रात चौगुनी तरक्की कर रहा है। उत्तराखंड प्रगति के पर्थ पर तीव्र गति से आगे बढ़ रहा है । यह सब उन्हीं आंदोलनकारियों का प्रयास है जो आज साकार रूप ले रहा है। आज उत्तराखंड 15 सालों के बाद अपने आप में एक पर्वतीय राज्य होने के नाते कॉफी विकसित हुआ हैं। जिससे यहां के लोगो को एक अलग पहचान मिली है। वैसे तो उत्तराखंड एक छोटा सा राज्य है लेकिन फिर भी यहाँ की संस्कृति व यहाँ का रहन-सहन अपने आप में अलग हैं। यहाँ की सौंदर्य व संस्कृति यहाँ की पहचान है । वहीं उत्तराखंड को देवभूमि - तपोभूमि व मानसखंड नामों से भी जाना जाता हैं। पहले के मुकाबले हमारा राज्य उत्तराखंड अपने आप में बहुत शिक्षित व विकसित हैं।
"खण्डा: पञ्च हिमालयस्य कथिता:" नेपाल कूमाचलौ। केदारोडथ जालन्धरोडथ रूचिर काश्मीर सञोडान्तेम:। ।
ऊतराखंड में भारत की सबसे बड़ी नदियाँ गंगा-यमुना व अन्य छोटे-छोटे नदियों का उदम स्थल है। पयर्टन यहाँ की अर्थव्यवस्था में अहम भूमिका निभाती है। वहीं राज्य में हिंदुओं से लेकर सिखों तक के मन्दिर-गुरूद्धारे मिलते है।
"जहाँ उत्तर में हिमालय व तिब्बत तो वहीं दक्षिण में उत्तरप्रदेश है " वहीं पश्चिम में हिमांचल तो पूर्व में नेपाल स्थित है । ।
जहां राज्य में हिन्दू धर्म की पवित्रता भी देखी जाती है तो वहीं हजारो की संख्या मन्दिरेँ यही बताती है की ये देवभूमि है। वहीं अगर एक नजर डाले राज्य के तीर्थ स्थलों पर तो सबसे पहले चार धाम याद आता है जोकि इस प्रकार है - गंगोत्री ,यमुनोत्री , केदारनाथ, बद्रीनाथ तो वहीं पंचप्रयागों में देवप्रयाग, कर्णप्रयाग, रूदप्रयाग,नंदप्रयाग, विष्णुप्रयाग स्थित है। अगर गुरूद्धारे की बात करें तो हेमकुंड साहेब सबसे पहले याद आता है जो की हरिद्धार में स्थित है। जहां एक ओर फूलों की घाटी मसूरी तो वहीं पहाड़ो की रानी चमोली को कहते है।वहीं छोटा कश्मीर पिथीरागढ़ है तो मिनी स्विजलैंड कौसानी इन नामों से जाने जाते हैं। उत्तराखंड जो एक छोटा-सा राज्य व पर्वतीय राज्य से जाना जाता है। जिसने देश को क्रिकटर, मॉडल, सिंगर , नेता आदि दिए जो आज भी पूरे देश का नाम रोशन कर रहे है और इतिहास भी गंवाह है कि यहां से कई वीर व आजादी के नायक भी निकले जो आज पूरे देश की शान बने हुए हैं ।।
Writer Deepak kohli |
मेरा उन अमर शहीदों को शत-शत नमन व श्रद्धांजलि जिन्होंने हमारे भविष्य के लिए अपना वर्तमान कुर्बान कर दिया और हमें एक अलग पहचान दे दी।
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